माँ की इच्छा है कि आप मेरी कब्र पर अपना नाम लिखें। पुकारने के लिए नहीं है उदर भी त माँ की इच्छा है कि आप मेरी कब्र पर अपना नाम लिखें। पुकारने के लिए नहीं है...
मांगी हुए बस चार किताब थी जो मांगती रही मुझसे हिसाब भी मांगी हुए बस चार किताब थी जो मांगती रही मुझसे हिसाब भी
कुछ सपने थे उधार के वो भी आंखों के गढ्ढे में दब गए उड़ने से पहले ही हमारे पर कट गए । कुछ सपने थे उधार के वो भी आंखों के गढ्ढे में दब गए उड़ने से पहले ही हमारे ...
पहले जो खुली आँखों से देखते थे सपने अब आँखे मूंदने पर भी नहीं आते इस मुकाम पर आ पहुं पहले जो खुली आँखों से देखते थे सपने अब आँखे मूंदने पर भी नहीं आते इस मुका...
एक मजदूर के मेहनत का इतना दाम कि कर सके आवश्कता का इन्तजाम। एक मजदूर के मेहनत का इतना दाम कि कर सके आवश्कता का इन्तजाम।
सूने रहने लगे हैं बगीचे बच्चों बिन, गुम होने लगे हैं गेंद खेलने वाले दिन। सूने रहने लगे हैं बगीचे बच्चों बिन, गुम होने लगे हैं गेंद खेलने वाले दिन।